हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, निम्नलिखित रिवायत "कशफ़ उल-गुम्मा" पुस्तक से ली गई है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
قال الامام السجاد علیه السلام:
وَكانَ اِذا اَتاهُ السائِلُ يَقُول: مَرْحَبا بِمَنْ يَحْمِلُ لى زادى اِلىَ الآخرة.
इमाम सज्जाद (अ) ने फ़रमाया:
जब कोई जरूरतमंद व्यक्ति उनके पास आता है, तो वे कहते हैं, "खुशआमदीद, ऐसा व्यक्ति हमारे पास आया है जो हमें ज़ादेराहे आख़ेरत की तरफ ले जाएगा।"
कश्फ़ उल-ग़ुम्मा, भाग 2, पेज 76
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